डेयरी उद्यमिता विकास योजना: डेयरी बिजनेस की हर जरुरत के मिलता है पैसा

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डेयरी उद्यमिता विकास योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जिसमे केंद्र सरकार द्वारा पशुपालको को 33 प्रतिशत की सब्सिडी पर लोन की सुविधा देती है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण ईलाकों में और पशुपालकों को लोन देकर उन्हें उनके व्यवसाय में मदद करना है ताकि वो खुद आत्मनिर्भर बन सके. इस योजना का उद्देश्य देश के ग्रामीण ईलाकों मे कृषि आधारित रोजगार का सृजन करना है. 

डेयरी उद्यमिता विकास योजना 2024 – 

डेयरी उद्यमिता विकास योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा की गई है. इस योजना के माध्यम से उन लोगो को कर और ऋण के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाएगी जो कृषि आधारित अपना खुद का काम शुरू करना चाहता है या खुद अपनी कोई फैक्ट्री और कंपनी शुरू करना चाहता है. इस ऋण पर केंद्र सरकार द्वारा 33 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी दी जाती है. इस योजना की शुरुआत ग्रामीण ईलाकों में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए की गई है. 

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योजना का नाम डेयरी उद्यमिता विकास योजना 
योजना का संचालन NABARD द्वारा
योजना का उद्देश्य ग्रामीण ईलाकों में रोजगार के अवसर पैदा करना
योजना में लाभ व्यवसाय हेतु लोन मुहैया कराना
योजना के लाभार्थी सूक्ष्म और मध्यम उद्योग चलाने वाले
योजना की वेबसाइट https://www.nabard.org/ 

डेयरी उद्यमिता विकास योजना का लाभ कौन ले सकता है ? 

इस योजना का संचालन NABARD यानी कृषि और ग्रामीण विकास के लिए राष्ट्रीय बैंक द्वारा किया जा रहा है. इस योजना का लाभ कौन ले सकता है? 

  • ऐसे किसान जो खुद का व्यवसाय शुरु करना चाहते है. 
  • अगर कोई खुद का कृषि आधारित उद्योग शुरु करना चाहता है तो वो भी इस योजना के तहत लाभ ले सकता है. 
  • संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोग
  • डेयरी सहकारी समितियां
  • दुग्ध संघ
  • पंचायती राज संस्थाएं 

इत्यादि इस इस योजना का लाभ ले सकते है. 

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डेयरी उद्यमिता विकास योजना 2025 की शर्तें – 

डेयरी उद्यमिता विकास योजना की प्रमुख शर्तें – 

  • लाभार्थी परिवार के सदस्य में से कोई एक या पूरा परिवार केवल एक समय में एक ही ईकाई हेतु इस योजना का लाभ ले सकता है. 
  • हालांकि इस योजना के तहत एक ही परिवार के सदस्य को एक से अधिक बार लाभ दिया जा सकता है बशर्तें, उन्होंने अलग-अलग ईकाई का संचालन किया हो. 
  • इस योजना के माध्यम से अगर कोई व्यक्ति लोन लेकर एक छोटी डेयरी खोलना चाहता है तो उसे अपने डेयरी में क्रॉसब्रीड गाय-भैंस (औसत से अधिक दूध देने वाली) जैसे साहीवाल, रेड सिंधी, गिर, राठी या भैंस रखनी होगी.
  • अगर कोई व्यक्ति 2 दुधारू पशु के साथ डेयरी शुरु करना चाहता है तो वह इस योजना के तहत दो दुधारू पशु से भी डेयरी यूनिट शुरू कर सकता है जिस पर अलग-अलग श्रेणीवार अलग-अलग लाभ और सहायता दी जाती है. 
  • इस योजना के तहत अगर कोई किसान इस योजना का लाभ लेता है तो वो उसके लिए वो अधिकतम 10 दुधारू पशु रख सकता है. 

डेयरी बिजनेस की हर जरुरत के मिलता है पैसा – 

डेयरी उद्यमिता विकास योजना के माध्यम से अलग-अलग व्यवसाय हेतु अलग-अलग जरूरत के हिसाब से पैसे दिए जाते है. हालाकि इसमें कई अलग-अलग शर्ते लागू होती है. इस योजना के तहत देश में लगभग सही राष्ट्रीयकृत बैंक और सहकारी संस्थाएं लोन देने की सुविधाएँ देती है. 

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